भारत के साथ पीएलए सैनिकों की झड़प पर आया चीन का पहला बयान, जानें क्या कहा

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भारत के साथ पीएलए सैनिकों की झड़प पर आया चीन का पहला बयान, जानें क्या कहा

 India China Face-Off: भारत-चीन के सैनिकों के बीच 9 दिसंबर को अरुणाचल प्रदेश के तवांग में हुई हिंसक झड़प की घटना के बाद चीन (China) की तरफ से मंगलवार (13 दिसंबर) को पहला बयान सामने आया है. समाचार एजेंसी एएफपी के मुताबिक, चीन ने कहा कि हिंसक घटना की रिपोर्ट्स के बाद स्थिति भारत सीमा पर ‘स्थिर’ है. 




वहीं, भारत के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने आज चीन पर पिछले हफ्ते विवादित हिमालयी सीमा पर "एकतरफा रूप से यथास्थिति बदलने" की कोशिश करने का आरोप लगाया. साथ ही उन्होंने लोकसभा और राज्यसभा में कहा कि इस झड़प में भारतीय सेना के जवानों को किसी तरह का कोई नुकसान नहीं हुई है. उन्होंने कहा कि भारत का कोई जवान शहीद नहीं हुआ है. 

राजनाथ सिंह ने की हाई लेवल मीटिंग 


भारत-चीन सीमा में झड़प के बाद से भारत में माहौल गरमाया हुई है. कुछ ही घंटों पहले रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के घर पर उन्होंने विदेश मंत्री एस जयशंकर, सीडीएस लेफ्टिनेंट जनरल अनिल चौहान और तीनों सेनाओं के प्रमुख, एनएसए अजीत डोभाल समेत तमाम अधिकारियों के साथ बैठक की थी. इस बैठक में भारत-चीन सीमा विवाद को लेकर अहम मुद्दों पर चर्चा हुई. साथ ही सेना प्रमुख ने चीन के साथ वास्तविक नियंत्रण रेखा पर सुरक्षा स्थिति पर राजनाथ सिंह को जानकारी दी. दसूरी तरफ विपक्ष भी इस मुद्दे पर सरकार को घेरने की पूरी कोशिश कर रहा है. 


चीन-भारत के बीच कब-कब हुआ हिंसक टकराव


इससे पहले भी कई बार चीनी सैनिकों ने भारत में घुसपैठ की कोशिश की है. तवांग से पहले साल 2020 में गलवान घाटी में हुई झड़प को लेकर भी दोनों देशों के बीच काफी तनाव का महौल था. इसके बाद भारत ने चीन से दूरी बना ली थी. अब एक बार फिर चीन ने सीमा विवाद पैदा करने की हिमाकत की है. इससे पहले साल 1962, 1967, 1975, 2020 और अब 2022 में एक बार फिर एलएसी पर भारतीय और चीनी सेना के बीच हिंसक टकराव हुआ है.