विजयदशमी के त्यौहार के दिन भूलकर भी न करें ये काम, घर में आ जायेगी कंगाली

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विजयदशमी के त्यौहार के दिन भूलकर भी न करें ये काम, घर में आ जायेगी कंगाली

 जैसा कि आज विजयदशमी का पर्व है। हर साल दशहरा का पर्व बुराई पर अच्छाई की जीत के रूप में मनाया जाता है। मान्यताओं के अनुसार, इसी दिन भगवान श्री राम ने रावण का वध कर लंका पर विजय प्राप्त की थी। वहीं इस दिन देवी दुर्गा ने महिषासुर का वध किया था। बता दें कि ज्योतिष शास्त्र में कुछ ऐसे कामों का वर्णन किया गया है। जिन्हें विजयदशमी के दिन भूलकर भी नहीं करने चाहिए। अन्यथा जीवन में कंगाली छाने लगती है। तो आइए जानते हैं। दशहरे के दिन किन कामों को करने से बचना चाहिए।



जैसा कि दशहरा सत्य, धर्म और कर्म का पर्व है। ऐसे में इस दिन किसी भी स्त्री या बड़े बुजुर्ग का अपमान न करें। मान्यता है कि इस दिन बड़े बुजुर्गों और स्त्रियों का अपमान करने से माता लक्ष्मी आपसे क्रोधित हो जाती है।

तो वही धार्मिक मान्यताओं के मुताबिक, विजयदशमी के दिन किसी भी जीव-जंतु की हत्या न करें। यानि कि किसी भी जीव को इस दिन नुकसान न पहुंचाएं।

दशहरा असत्य पर सत्य की जीत का दिन है। इसलिए ज्योतिष शास्त्र के अनुसार दशहरा के दिन झूठ बोलने या फिर असत्य का साथ देने से बचें। प्रयास करें कि किसी भी तरह की झूठी बातों में आप शामिल न हो।

दशहरा के दिन पेड़-पौधे काटना अत्यंत अशुभ माना गया है। खासतौर पर शमी का पौधा। मान्यताओं के अनुसार इस दिन पेड़-पौधे काटने से जीवन में आर्थिक समस्याएं उत्पन्न होती है। और जीवन कंगाल होने लगता है।

इसके अलावा विजयदशमी के दिन भूल से भी किसी व्यक्ति को नुकसान न पहुंचाएं। इस दिन कोई भी गलत काम करने से बचें।

चलिए अब आपको बताते हैं दशहरा के दिन क्या करना शुभ होता है-
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, जीवन को सुखी बनाने और मनोकामनाओं की पूर्ति के लिए दशहरे के दिन पूरे श्रद्धा भाव से श्री रामचरितमानस का पाठ करें।

दशहरे की शाम शमी पेड़ का पूजन अवश्य करें। साथ ही शमी पेड़ के नीचे तेल का दीपक जलाएं। मां लक्ष्मी प्रसन्न होगी। और धन के भंडार भरेंगी।

बीमारियों से छुटकारा पाने के लिए विजयदशमी के दिन नारियल को अपने से उतारकर रावण दहन की आग में डाल दें। सौभाग्य में वृद्धि होगी। और रोग-दोष से मुक्ति मिलेगी।