नई दिल्ली। पश्चिम बंगाल में साइक्लोन अल्फान ने भारी तबाही मचाई है। बुधवार को पश्चिम बंगाल के तटीय इलाकों से टकराते हुए इस तूफान 190 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से बंगाल में भीषण तबाही मचाई। 5300 से ज्यादा घरों को नुकसान पहुंचा, तो कई इलाकों में पेड़ उखड़ गए। दोपहर ढाई बजे के करीब इस तूफान ने बंगाल में दस्तक दी, जिसके बाद धीरे-धीरे इसने विकराल रूप ले लिया।
चक्रवाती तूफान अम्फान के कारण भारी तबाही से 10 से 12 लोगों की मौत की खबर है। चक्रवात के कारण तटीय क्षेत्रों के साथ-साथ कोलकाता में भी भारी तबाही मची है। कई जगहों पर बिजली के खंभे उखड़ गए। बड़ी संख्या में कच्चे घरों को नुकसान हुआ है।
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि तूफान अल्फान का असर कोरोना वायरस से भी बुरा है। उन्होंने कहा कि राजधानी कोलकाता में आज शाम 3 घंटे भारी तबाही से बुरा असर डाला है। कोलकाता में तीन लोगों की जिंदगी इस तूफान की वजह से चली गई, जबकि पश्चिम बंगाल में इस तूफान की वजह से 12 लोगों की जान चली गई। मुख्यमंत्री ने अम्फान तूफान से करीब 1 लाख करोड़ रुपए तक के नुकसान की आशंका जताई है। उन्होंने कहा कि तूफान की वजह से मची तबाही को राज्य सरकार जल्द पूरा कर लेगी।
ममता बनर्जी ने कहा कि इस तूफान की वजह से मची तबाही की वजह से हमें सब कुछ फिर से बनाना होगा। उन्होने केंद्र सरकार पर हमला करते हुए कहा कि केंद्र से अपील है कि कोई राजनीति नहीं करे, बल्कि हम मानवीय मदद चाहते हैं। चक्रवाती तूफान की वजह से मची तबाही के कारण कोलकाता में बिजली की तारों में आग लग गई। कई जगहों पर बिजली के खंभे टूट कर गिर गए। जिसकी वजह से कोलकाता के कई इलाकों में बिजली गुम हो गई और पूरा शहर ब्लैकआउट हो गया। गौरतलब है कि कोलकाता और उसके आसपास के इलाकों में अल्फान हवा की रफ्तार 120 किलोमीटर प्रति घंटे की रही। इस तूफान की वजह से पश्चिम बंगाल और ओडिशा में 6 लाख लोगों को सुरक्षित निकाला गया।