क्रिकेट के खेल में बाकी खेलों के मुकाबले कप्तान की भूमिका संभवत: सबसे बड़ी है. फिर चाहे बात नवीनतम क्षेत्ररक्षण सजाने की हो, प्रेरणादायक गेंदबाजी की बात हो या फिर बल्लेबाजी में शफल करने की बात हो. क्रिकेट के खेल ने एक से बढ़कर एक कप्तानों को देखा है. क्लाइव लॉयड, कपिल देव, स्टीव वॉ, सौरव गांगुली, रिकी पॉन्टिंग और ग्रीम स्मिथ ऐसे कप्तान रहे हैं, जिनकी कप्तानी की चर्चा होती है और विमर्श किया जा सकता है. निश्चित ही, इनमें से किसी एक को महानतम कप्तान कहना मुश्किल है, लेकिन इंग्लैंड के दिग्गज केविन पीटरसन ने क्रिकेट इतिहास का सबसे महान कप्तान चुन लिया है. और उन्होंने एमएस धोनी को सबसे महानतम कप्तान करार दिया है.
“Hey, MSD, why don’t you put a fielder over there for me? Scoring runs against you guys is so easy...!”🤣 pic.twitter.com/OKVukkkSQD— Kevin Pietersen🦏 (@KP24) April 18, 2020
इस बारे में पूछने पर केविन पीटरसन ने कहा कि धोनी की महानता के खिलाफ कुछ भी कहना गलत होगा. धोनी के ऊपर उम्मीदों और प्रत्येक व्यक्ति की उनसे उम्मीदों को देखते हुए जिस तरह उन्होंने खुद को साबित किया है, जैसा जीवन जिया है जिस तरह उन्होंने भारत और सीएसके कप्तानी की है, उसे देखते हुए उनकी महानता के खिलाफ कुछ कहना बहुत ही मुश्किल है. पीटरसन ने इंग्लैंड के लिए 104 टेस्ट खेले हैं और बहुत ही छोटे समय के लिए इंग्लैंड की कप्तानी भी की है.
वैसे पीटरसन की बात बहुत हद तक सही है. धोनी की कप्तानी में भारत ने सबसे पहले धोनी की कप्तानी में साल 2007 में वर्ल्ड कप जीता, तो साल 2011 में फिफ्टी-फिफ्टी वर्ल्ड कप भारत ने जीता था. वहीं, धोनी ने अपनी कप्तानी में चेन्नई सुपर किंग्स को तीन खिताब जिताए थे. इसके अलावा उनकी कप्तानी में भारतीय टीम आईसीसी टेस्ट रैंकिग में नंबर एक टीम बनने में भी कामयाब रही.