ब्रिटेन पर कोरोना वायरस की वैक्सीन का ट्रायल शुरु, सितम्बर तक करना होगा इंतजार

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ब्रिटेन पर कोरोना वायरस की वैक्सीन का ट्रायल शुरु, सितम्बर तक करना होगा इंतजार

कोरोना को जड़ से मिटाने वाली वैक्सीन की 23 अप्रैल से इंसानों पर टेस्टिंग शुरू हो गई है. इसके पहले चरण में 18 से 55 वर्ष की उम्र के स्वस्थ वयस्कों पर परीक्षण किया जाएगा.


  • ब्रिटेन में कोरोना वायरस की वैक्सीन का ट्रायल शुरू
  • कोरोना से दुनिया में 27 लाख से ज्यादा लोग संक्रमित
दुनिया में कोरोना वायरस के कारण हाहाकार मचा हुआ है. दुनिया में 27 लाख से ज्यादा लोगों को कोरोना वायरस अपनी चपेट में ले चुका है. वहीं अब कोरोना वायरस की वैक्सीन के परीक्षण भी तेज हो गए हैं. इस बीच ब्रिटेन की ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी के जरिए तैयार वैक्सीन का इंसानों पर ट्रायल भी शुरू किया जा चुका है.
इंसानों पर इस वैक्सीन का ट्रायल शुरू होने के बाद उम्मीद जताई जा रही है कि ट्रायल सफल होने पर इस साल सितंबर तक वैक्सीन उपलब्ध होगी. हालांकि इंग्लैंड के मुख्य चिकित्सा अधिकारी क्राइस्ट व्हिट्टी ने स्पष्ट किया है कि यह साल के अंत तक या अगले साल की शुरुआत तक उपलब्ध होगी..
कोरोना को जड़ से मिटाने वाली वैक्सीन की 23 अप्रैल से इंसानों पर टेस्टिंग शुरू हो गई है. इसके पहले चरण में 18 से 55 वर्ष की उम्र के स्वस्थ वयस्कों पर परीक्षण किया जाएगा. यहां टेस्टिंग सफल होने के बाद इसे आगे बढ़ाया जाएगा. इस वैक्सीन को ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय ने तैयार किया है और इसके लिए ब्रिटिश सरकार ने 189 करोड़ रुपये के करीब खर्च करने की घोषणा की है.
वहीं ब्रिटेन के हेल्थ सेक्रेटरी मैट हैनकॉक का कहना है कि स्वास्थ्य मंत्रालय इस वैक्सीन तैयार करने के लिए हर तरह की कुर्बानी देने को तैयार है क्योंकि यह कोरोना वायरस महामारी से लड़ने में निर्णायक भूमिका निभा सकता है. हैनकॉक ने कहा कि अगले फेज की तैयारी के लिए ब्रिटिश सरकार इंपीरियल कॉलेज लंदन को वैक्सीन पर रिसर्च करने के लिए 22.5 (210 करोड़ से ज्यादा) मिलियन पाउंड देगी.