मदर्स डे को पूरी दुनिया धूम धाम से मनाती है. मदर्स डे हर साल मई महीने के दूसरे रविवार को आता है. कल यानी 10 मई को 'मदर्स डे' है. ये दिन मां का होता है. इस दिन को उनके प्रति सम्मान जताने के लिए मनाया जाता है. सभी लोग इस दिन अपनी मां को स्पेशल फील करवाते हैं. उन्हें बाहर घूमने ले जाते हैं और उनके लिए खाना भी बनाते हैं. लेकिन इस साल लॉकडाउन के चलते आपको घर पर रहकर ही मदर्स डे सेलिब्रेट करना पड़ेगा. लेकिन उससे पहले यह जानना काफी जरूरी है कि आखिर मदर्स डे क्यों मनाया जाता है. और कब इसे मनाने की शुरुआत की गई थी
इस उत्सव को मनाने की शुरुआत 1908 में हुई थी. जब वर्जिनिया निवासी एना ने इसकी शुरुआत की थी. ऐसा कहा जाता है कि एना की मां ने उसे बड़े जतन से पाला-पोसा था. अपनी मां के इस समर्पण भाव से वह काफी प्रेरित थी और मां से बेहद प्यार करती थी. उन दिनों एना ने प्रतिज्ञा की कि, वह कभी शादी नहीं करेंगी और मां की सेवा उसी भाव से करेंगी, जैसा उसकी मां करती हैं. काफी समय के बाद एना की मां का निधन हो गया.
उस समय एना अमेरिकी गृहयुद्ध के दौरान घायल हुए सैनिकों की देखभाल करती थीं. वह घायलों की सेवा मां के रूप में करती थीं. उस समय एना अपनी मां को सम्मान देना चाहती थी, जिसके लिए वह एक ऐसे दिन की तलाश में थीं, जिस दिन दुनिया की सभी माओं को सम्मान मिल सके.
इससे जुड़ी एक और कहानी है जिसके अनुसार, मदर्स डे की शुरुआत ग्रीस से हुई थी. ग्रीस के लोग अपनी मां का बहुत सम्मान करते हैं. इसलिए वो इस दिन उनकी पूजा करते थे. मान्यताओं के अनुसार, स्यबेसे ग्रीक देवताओं की माता थीं और मदर्स डे पर लोग उनकी पूजा करते थे.
इसके बाद एना ने मां के प्रति सम्मान के लिए 'मदर्स डे' की शुरुआत की. हालांकि, एना के इस प्रस्ताव को अमेरिकी कांग्रेस ने खारिज कर दिया. इसके बाद 9 मई 1914 को राष्ट्रपति वुड्रो विल्सन ने एक कानून पास कर मई के हर दूसरे रविवार को मदर्स डे मनाने की घोषणा की थी.
इस उत्सव को मनाने की शुरुआत 1908 में हुई थी. जब वर्जिनिया निवासी एना ने इसकी शुरुआत की थी. ऐसा कहा जाता है कि एना की मां ने उसे बड़े जतन से पाला-पोसा था. अपनी मां के इस समर्पण भाव से वह काफी प्रेरित थी और मां से बेहद प्यार करती थी. उन दिनों एना ने प्रतिज्ञा की कि, वह कभी शादी नहीं करेंगी और मां की सेवा उसी भाव से करेंगी, जैसा उसकी मां करती हैं. काफी समय के बाद एना की मां का निधन हो गया.
उस समय एना अमेरिकी गृहयुद्ध के दौरान घायल हुए सैनिकों की देखभाल करती थीं. वह घायलों की सेवा मां के रूप में करती थीं. उस समय एना अपनी मां को सम्मान देना चाहती थी, जिसके लिए वह एक ऐसे दिन की तलाश में थीं, जिस दिन दुनिया की सभी माओं को सम्मान मिल सके.
इससे जुड़ी एक और कहानी है जिसके अनुसार, मदर्स डे की शुरुआत ग्रीस से हुई थी. ग्रीस के लोग अपनी मां का बहुत सम्मान करते हैं. इसलिए वो इस दिन उनकी पूजा करते थे. मान्यताओं के अनुसार, स्यबेसे ग्रीक देवताओं की माता थीं और मदर्स डे पर लोग उनकी पूजा करते थे.
इसके बाद एना ने मां के प्रति सम्मान के लिए 'मदर्स डे' की शुरुआत की. हालांकि, एना के इस प्रस्ताव को अमेरिकी कांग्रेस ने खारिज कर दिया. इसके बाद 9 मई 1914 को राष्ट्रपति वुड्रो विल्सन ने एक कानून पास कर मई के हर दूसरे रविवार को मदर्स डे मनाने की घोषणा की थी.