रामायण टीवी पर फिर से, मगर ये जानते हैं आप?
भारत में कोरोना संक्रमण और लॉकडाउन के बीच दूरदर्शन पर एक बार फिर 'रामायण' और 'महाभारत' का प्रसारण हो रहा है.
एक ज़माने में बेहद लोकप्रिय रहे इन धार्मिक टीवी कार्यक्रमों का प्रसारण शनिवार से शुरू हो रहा है.
केंद्रीय सूचना और प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से इसकी जानकारी दी.
एक अन्य ट्वीट में उन्होंने 'महाभारत' के प्रसारण से जुड़ी जानकारी भी दी.
सोशल मीडिया पर प्रतिक्रियाएं
इस जानकारी के बाद लोग 'रामायण' और 'महाभारत' से जुड़ी अपनी यादें साझा कर रहे हैं. ट्विटर पर #Ramayan और #Mahabharat भी टॉप ट्रेंड्स में देखे गए.
सोशल मीडिया पर चर्चा है कि लॉकडाउन की वजह से मौजूदा टीवी सीरियल्स की शूटिंग नहीं हो पा रही है, शायद इसीलिए रामायण और महाभारत के फिर से प्रसारण का फ़ैसला लिया गया. हालांकि सरकार ने इस बारे में कोई आधिकारिक टिप्पणी नहीं की है.
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प्रकाश जावड़ेकर के ट्विटर पर कुछ लोगों ने ये भी लिखा कि अगर 'जनता की मांग' पर रामायण और महाभारत का प्रसारण कराया जा सकता है तो जनता की मांग पर डॉक्टरों को ज़रूरी मास्क और ग्लव्स को नहीं दिलाए जा सकते?
कुछ लोगों ने शहरों से अपने घर पैदल लौटने मजबूर मज़दूरों की दिक्कतों की ओर भी ध्यान दिलाया.

वहीं कुछ लोगों ने रामायण और महाभारत के साथ-साथ अन्य लोकप्रिय टीवी कार्यक्रमों जैसे शक्तिमान, जंगल बुक और चंद्रकांता के प्रसारण की मांग भी कर डाली.

रामानंद सागर के निर्देशन में बनी रामायण और बीआर चोपड़ा के निर्देशन में बनी महाभारत भारतीय दर्शकों के बीच ख़ूब लोकप्रिय हुई थी.
इनमें भी ज़्यादा लोकप्रियता रामायण को ही हासिल हुई थी.
आज जब रामायण का फिर से प्रसारण होने जा रहा है तो नज़र डालते हैं इस कार्यक्रम से जुड़े कुछ दिलचस्प पहलुओं पर:

लव-कुश की कहानी और 10 साल का कोर्ट केस
रामायण के 78 एपिसोड पूरे होने के बाद दर्शको ने लव-कुश की कहानी की मांग की. इस कहानी के लिए रामानंद सागर तैयार नहीं थे और उन्होंने कहा कि अगर वो लव-कुश की कहानी बनाएंगे तो वो एक काल्पनिक कहानी होगी.
इस कहानी के टीवी पर आते ही कई विवाद सामने आए और रामानंद सागर पर दस साल तक कोर्ट केस चला.

'रावण' की मौत पर मना शोक
जबा 'रामायण' में रावण की मृत्यु होती है तो रावण का किरदार निभाने वाले अरविंद त्रिवेदी के गांव में शोक मनाया गया था.

ढोल-नगाड़े बजाकर कलाकारों की भर्ती
रामायण के दौरान जब बहुत सारे जूनियर कलाकारों की ज़रूरत पड़ती थी तो गाँव-गाँव जाकर ढोल नगाड़ो के साथ घोषणा की जाती थी और कलाकार भर्ती किए जाते थे.

80 के दशक में स्पेशल इफ़ेक्ट्स
80 के दशक में जब रामायण धारावाहिक टीवी पर आया तो इसके साथ ही कई स्पेशल इफेक्ट्स भी देखने को मिले, जैसे हनुमान का संजीवनी बूटी लाना और पुष्पक विमान का उड़ना.

करोड़ों दर्शक और सीता की लोकप्रियता
पांच महाद्वीपों में दिखाई जाने वाली रामायण को विश्व भर में 65 करोड़ से ज्यादा लोगो ने टीवी पर देखा.
सीता का किरदार निभाने वाली अभिनेत्री दीपिका चिखलिया ने शानदार अभिनय कर रामायण में सीता की भूमिका को जीवंत कर दिया था.

इतनी लंबी शूटिंग...
हर हफ़्ते रामायण के ताज़ा एपिसोड के कैसेट दूरदर्शन के दफ़्तर भेजे जाते थे.
कई बार तो ये कैसेट प्रसारण के आधे घंटे पहले भी पहुंचे. रामायण की शूटिंग लगातार 550 से ज़्यादा दिनों तक चली थी.